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Symptoms of Hepatitis: जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द के साथ शरीर में दिखने वाले ये 9 लक्षण, हेपेटाइटिस का देते हैं संकेत

लिवर की सबसे खतरनाक बीमारियों में हेपेटाइटिस शामिल है। इसकी लक्षणों के आधार पर ब्लड टेस्ट से इसकी पहचान की जा सकती है।

टेस्ट के जरिये ये पता चलता है कि कौन से वायरस का अटैक है और वह कितना एक्टिव है। ये संक्रमण गर्भवती महिला से शिशु तक में पहुंच सकता है। इसीलिए प्रेग्नेंसी के दौरान इसकी जांच अवश्य करवानी चाहिए।

हेपेटाइटिस के लक्षण-Hepatitis symptoms

1. आंखों व त्वचा की रंगत पीली पड़ना

2. जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द होना

3. हल्का बुखार ज्यादातर बने रहना

4. लगातार वजन गिरना और उल्टियां होना

5. भूख कम लगना

6. उल्टी में ब्लड का आना

7. चक्कर आते रहना

8. घबराहट सा महसूस होना

9. थकान महसूस करना और थोड़ा काम करने में ही हांफने लगना

हेपेटाइटिस में इन चीजों का करें परहेज-Avoidance in Hepatitis

⦁ ऑयली खाना हेपेटाइटिस में जहर समान होता है

⦁ योग, व्यायाम और टहलना, जो ठीक लगे करें

⦁ शराब, तंबाकू और धूमपान से एकदम दूर रहें

⦁ वेट न बढ़ने दें और न्यूट्रिशियस खाना खाएं

⦁ केक, पेस्ट्री, चॉकलेट, अल्कोहल, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ के सेवन से परहेज करें

हेपेटाइटिस के पांच वायरस-Five Viruses of Hepatitis

  1. हेपेटाइटिस के वायरस पांच प्रकार के होते हैं। इनमें ए और ई वायरस का कारण संक्रमित पानी या भोजन होता है।
  2. हेपेटाइटिस बी और सी के संक्रमण का कारण असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित ब्लड, निडिल, लंबे समय से पीलिया और असुरक्षित तरीके से टैटू बनवाने जैसे कोई भी कारण हो सकते हैं।
  3. हेपेटाइटिस डी को मेडिकल साइंस में सामान्य पीलिया की श्रेणी में रखा गया है और यह संक्रमित भोजन व पानी से ही होता है। कुछ सप्ताह के इलाज से यह दूर भी हो जाता है।
  4. लंबे समय तक अधिक अल्कोहल का सेवन भी हेपेटाइटिस का कारण बनता है। इसे अल्कोहलिक हेपेटाइटिस कहते हैं।
  5. हेपेटाइटिस सी की दवाएं आ चुकी है और इसका उपचार संभव है, जबकि हेपेटाइटिस बी के रोगियों के लिए लापरवाही जानलेवा साबित होती है, क्योंकि इसका उपचार लंबे समय तक चलता है और रोगी को बहुत संयमित जीवनशैली जीने की जरूरत होती है।
  6. हेपेटाइटिस ए और बी के टीके भी उपलब्ध हैं, जिन्हें लगवाकर इसके संक्रमण से बचा जा सकता है।

तो हेपेटाइटिस से बचने के लिए डाइट पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। वहीं, किसी संक्रमण से बचाव के लिए सतर्कता भी जरूरी है।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।



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