Header Ads

तनाव और चिंता सेहत लिए ख़तरनाक जानें कैसे डालते हैं ये हार्ट पर असर

नई दिल्ली : दिल से जुड़ी तमाम बीमारियां तनाव स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं के कारण भी हो सकती हैं। हर इंसान की तनाव झेलने की क्षमता अलग-अलग होती है और एक स्तर तक ही व्यक्ति तनाव जैसी समस्या को कंट्रोल में रख सकता है। आज के समय में लोगों में कामकाज के प्रेश रिश्तों में अनबन और आर्थिक स्थितियों के कारण कई तरह की मानसिक समस्याएं हो रही हैं। इन समस्याओं के बढ़ने पर आपको कई तरह की दिक्कतें तो होती ही हैं लेकिन इनकी वजह से आपको दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है। डिप्रेशन और स्ट्रेस के लंबे समय तक बने रहने के कारण आपको दिल से जुड़ी इन बीमारियों का खतरा होता है।

मानसिक स्वास्थ्य और दिल के सेहत के बीच में संबंध

लंबे समय तक तनाव और डिप्रेशन जैसी समस्या से जूझने वाले लोगों में दिल से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि तनाव जब क्रॉनिक हो जाता है तो मरीज को ब्लड प्रेशर में उतार चढ़ाव की समस्या का सामना करना पड़ता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि लंबे समय तक तनाव के कारण दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

स्ट्रेस की वजह से बढ़ जाता है दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा
लंबे समय से तनाव की समस्या के कारण शरीर में एड्रेनलीन हॉर्मोन तेजी से रिलीज होता है जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर में अचानक उतार-चढ़ाव महसूस करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर में अचानक उतार चढ़ाव के कारण क्रॉनिक हार्ट डिजीज का खतरा बना रहता है। कार्टिसोल के बार-बार रिलीज होने के कारण ब्लड प्रेशर ब्लड शुगर कोलेस्ट्रॉल आदि बुरी तरह से प्रभावित होते हैं।

डिप्रेशन की वजह से हार्ट डिजीज का खतरा
लंबे समय से स्ट्रेस या तनाव की तरह ही डिप्रेशन की समस्या में भी हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। अवसादग्रस्त व्यक्ति का खानपान, शारीरिक गतिविधि बिलकुल अलग हो जाती है। इसके अलावा चिंता या अवसाद की वजह से आपको हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत का सामना करना पड़ता है।

हार्ट डिजीज से बचाव के टिप्स
स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्या के लंबे समय तक शिकार होने के कारण आपको दिल से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा होता है। चिंता और तनाव के कारण आपके ब्लड प्रेशर के स्तर में उतार-चढ़ाव हो सकता है जिसकी वजह से आपको कई समस्याएं होती हैं।

1. तनाव और चिंता की समस्या बढ़ने पर एक्सपर्ट डॉक्टर से इलाज जरूर कराएं।
2. खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करें।
3. अल्कोहल के सेवन से बचें।
4. स्मोकिंग की लत को छोड़ें।
5. जंक फूड्स या प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें।
6. चीनी और साल्ट के सेवन से भी परहेज रखें।
7. हार्ट के लिए फायदेमंद ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
8. रोजाना एक्सरसाइज या योग जरूर करें।
9. सकारात्मक दृष्टिकोण पॉजिटिव थिंकिंग बनाए रखें इससे स्ट्रेस को दूर करने में फायदा मिलेगा।
10. लक्षण दिखने पर लापरवाही न बरतें।
11. समय-समय पर हार्ट हेल्थ की जांच कराएं।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3xnINpF

No comments

Powered by Blogger.