Header Ads

Home Remedies for Viral Fever: वायरल फीवर में सर्दी-खांसी से राहत पाने के लिए आजमाएं ये 5 घरेलू उपचार

New Delhi: इन दिनों देश के कई हिस्सों में लोग वायरल फीवर के चपेट में आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों में इसकी वजह से बहुत लोगों की मृत्यु भी हो गई है। बदलते मौसम के कारण आधिकतर लोग सर्दी-जुकाम के साथ-साथ बुखार जैसी समस्या से पीड़ित हो जाते हैं। बारिश के मौसम के बाद अचानक तेज धूप और गर्मी के कारण वायरल फीवर का प्रकोप ज्यादा दिखने लगता है। वायरल फीवर शरीर के इम्यून सिस्टम यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है, जिसकी वजह से लोग इस बीमारी के चपेट में आ जाते हैं। इसमें लोगों को सर्दी-खांसी और तेज बुखार जैसी परेशनियां ज्यादा दिक्कत देती है।

वायरल फीवर के कुछ सामान्य लक्षण

वायरल फीवर के चपेट में आने पर शरीर में कुछ खास तरह के लक्षण दिखते हैं। इन लक्षणों में गले में दर्द, खांसी, सिर दर्द, थकान, जोड़ों में दर्द के साथ ही उल्टी और दस्त होना, आंखों का लाल होना और माथे का बहुत तेज गर्म होना शामिल है। वायरल फीवर बच्चों और बुजुर्गो में काफी तेजी से फैलता है। यह बीमारी आपके लिए कोई गंभीर समस्या ना पैदा कर दे इसलिए इसकी रोकथाम बहुत जरूरी है। वायरल बुखार से पीड़ित होने पर दवा की जगह कुछ घरेलू उपचार भी बेहद कारगर होते हैं। आइए हम आपको ऐसे ही कुछ घरेलू उपचार के बारे में बताते हैं, जो वायरल फीवर में सर्दी और खांसी से राहत दिलाने में आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

यह भी पढ़ें:- डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में इन 5 फूड्स को जरूर करना चाहिए शामिल, ब्लड शुगर लेवल रहेगा नियंत्रित

शहद और अदरक

वायरल बुखार से राहत दिलाने के लिए शहद और अदरक काफी प्रभावशाली माने जाते हैं। इसमें एंटी-फ्लेमेबल, एंटीऑक्सिडेंट और ऐसे कई गुण होते हैं, जिससे वायरल बुखार में होने वाली सर्दी-खांसी को खत्म करने में मदद मिलती है। अदरक और शहद का काढ़ा बनाकर पीने से आपको वायरल बुखार में काफी राहत मिलती है।

दूध और हल्दी

हल्दी वाले दूध में एंटी-इनफ्लेमेटरी तत्व होते हैं। इसके साथ ही दूध-हल्दी में कई ऐसे पोषक-तत्व और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-फ्लेमेबल गुण वायरल बुखार से लड़ने में हमारी मदद करता है।

गिलोय

गिलोय में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाएं जाते हैं जो आपको कई तरह की बीमारियों को बचाता है। गिलोय का इस्तेमाल अक्सर वायरल फीवर में किया जाता है। इसके सेवन से शरीर का इम्यूनिटी बढ़ता है और बीमारियों का खतरा कम होता है।

यह भी पढ़ें:- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए करें 'गिलोय' का सेवन, जानिए क्या होते हैं फायदे

तुलसी

तुलसी का बना काढ़ा वायरल बुखार से राहत दिलाने में काफी मददगार साबित हो सकता है। इसके लिए एक लीटर पानी में 5-7 तुलसी के पत्ते और 1 चम्मच लौंग पाउडर को उबाल लें और हर 2 घंटे के अंतराल में इसका सेवन करते रहें।

गुनगुने पानी और नमक से गरारे

नमक के पानी से गरारे करना गले के दर्द या फिर खराश के लिए काफी कारगर साबित होता है। बदलते मौसम में सर्दी-खांसी होना बहुत आम बात है, इससे छुटकारा पाने के लिए आप गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक डालकर उस पानी से गरारे करें। ये नुस्खा आपको कुछ ही देर में खांसी से आराम दिलाएगा और गले में मौजूद खराश को बाहर निकालेगा।

यह भी पढ़ें:- ब्लड शुगर से लेकर वजन कम करने में मददगार होती है तुलसी की पत्तियां, जानें सेवन करने का तरीका



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3tBlUx2

No comments

Powered by Blogger.