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आर्थिक तंगी के बीच PNB Management ने 1.34 करोड़ की खरीदी 3 Audi Car

नई दिल्ली। देश ही नहीं पूरी दुनिया की सरकारी और गैर सरकारी कंपनियां कोरोना वायरस लॉकडाउन ( Coronavirus Lockdown ) की वजह आई आर्थिक मंदी ( Financial Crisis ) के कारण गैर जरूरी खर्चों को ख्खत्म करने में जुटी हैं। कई बड़ी कंपनियों ने अपने खर्च को कम करने के लिए वर्क फ्रॉम होम ( Work From Home ) की मियाद को बढ़ा दिया है। कंपनियों की ओर से लेऑफ अभी तक जारी है। वहीं दूसरी ओर देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक ( Punjab National Bank ) ने अपने टॉप मैनेज्मेंट के लिए तीन ऑडी कार ( Audi Car ) खरीदी है। जिनकी अनुमानित कीमत 1.34 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार पीएनबी ( PNB ) की ओर से मई के महीने में इन कारों की डिलिवरी ली है।

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इन अधिकारियों के लिए खरीदी गई है कार
जानकारी के अनुसार ये कारें मैनेजिंग डायरेक्टर के अलावा चार एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स के लिए ख्खरीदी गई हैं। बैंक इस खरीद को कारों को बदलने की प्रक्रिया बता रहा है। जिसके लिए पिछले साल मंजूर बजट का यूज किया गया है। जानकारी के अनुसार बैंक की ओर से खरीदी गई कारों कारों का सालाना मूल्य करीब 20 लाख रुपए बताया जा रहा है।

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कैबिनेट मिनिस्टर से ज्यादा महंगी है डायरेक्टर्स की करें
खास बात तो ये हैं कि पीएनबी अधिकारियों के लिए मंगाई गई कारें कैबिनेट मिनिस्टर द्वारा यूज की जा रही कारों से ज्यादा महंगी है। देश के मंत्री मारुति सुजुकी की सियाज का इस्तेमाल करते हैं। जोकि ऑडी के मुकाबले काफी सस्ती है। सरकारी प्रोटोकॉल को देख्खें तो सरकारी बैंक का प्रबंध निदेशक का पद केद्र सरकार में एडिशनल सेकेट्री के बराबर होता है। वहीं देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन का पद भी देश के सबसे भी सरकारी बैंक उच्च पद से बड़ा होता है। वो भी टोयोटा कोरोला ऑल्टिस में सफर करते हैं।

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घोटाले से टूट चुकी है पीएनबी की कमर
ताज्जुब की बात तो ये है कि जब से नीरव मोदी और मेहुल चौकसी की ओर से किया गया करीब 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है, तब से बैंक की कमर टूट चुकी है। अक्टूबर-दिसंबर 2019 तिमाही में बैंक में 501.93 करोड़ रुपए का घाटा दर्ज हुआ था। वहीं 2018 की तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 249.75 करोड़ रुपए रहा था। इस दौरान बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 4,445.36 करोड़ रुपए देखने को मिला। इससे पिछले साल की इसी अवधि में यह 2,565.77 करोड़ रुपए पाया गया था।



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