कोषाध्यक्ष धूमल ने कहा- आईपीएल रद्द होने से 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा, टूर्नामेंट के लिए नई विंडो तलाश रहे
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) रद्द होने से करीब 4 हजार करोड़ रुपए का नुकसान होगा। मंगलवार को धूमल ने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज से कहा कि नुकसान से बचने और आईपीएल कराने के लिए विंडो तलाश की जा रही है।
कोरोनावायरस के कारण बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। यह टूर्नामेंट 29 मार्च से होना था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई आईपीएल के लिए अगस्त-सितंबर और अक्टूबर-नवंबर की दो विंडो पर विचार कर रही है।
क्रिकेट शुरू होने के बाद सही नुकसान पता चलेगा
धूमल ने कहा, ‘‘नुकसान का आकलन सही मायने में तभी होगा, जब क्रिकेट पटरी पर लौटेगा। फिलहाल, हमें हर एक द्विपक्षीय सीरीज के नहीं होने से हमें बड़ा नुकसान हो रहा है। यदि हम आईपीएल कराने में भी सक्षम नहीं हुए, तो करीब 4 हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान होगा।’’
सभी क्रिकेट बोर्ड को मिलकर बात करने की जरूरत
धूमल ने कहा, ‘‘अभी हमारे पास काफी सारे आइडिया हैं। इन सभी पर इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और अन्य सभी क्रिकेट बोर्ड को साथ मिलकर बात करने की जरूरत है। बीसीसीआई के लिए खिलाड़ियों और अन्य लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। आज हर क्रिकेट बोर्ड कोरोना के कारण संघर्ष कर रहा है। हर किसी को इस बारे में सोचना होगा कि क्रिकेट को किस तरह वापस लाया जा सकता है और कैसे अपने नुकसान की भरपाई की जा सकती है, क्योंकि हर बोर्ड को नुकसान होगा।’’
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम क्वारैंटाइन के लिए तैयार
हाल ही में धूमल ने कहा था कि इस साल के आखिर में होने वाले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया 2 हफ्ते के लिए क्वारैंटाइन होने को तैयार है। उन्होंने सीरीज में 1 टेस्ट बढ़ाने के ऑस्ट्रेलियाई प्रस्ताव पर कहा था- वे (ऑस्ट्रेलिया) रेवन्यू चाहते हैं और यह टेस्ट के मुकाबले वनडे और टी-20 से ज्यादा आता है।
‘आईपीएल को लेकर कोई प्लान नहीं बनाया’
बोर्ड कोषाध्यक्ष ने आईपीएल को लेकर कहा था कि अब तक इसके लिए कोई फॉर्मेट या प्लान नहीं बनाया गया है। टूर्नामेंट के लिए विदेशी खिलाड़ियों को भी आना है। क्या वे इसके लिए तैयार होंगे और 2 हफ्ते अलग (क्वारैंटाइन) रह सकेंगे? इसके बाद भी वे आईपीएल में खेल पाएंगे या नहीं, यह कह पाना मुश्किल है।
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