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शरत कमल ने कहा- टोक्यो ओलिंपिक में सिंगल्स में मेडल जीतना मुश्किल, पर डबल्स में मौका

भारत के नंबर-1 टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल का मानना है कि ओलिंपिक में हमारा सिंगल्स में मेडल जीतना काफी मुश्किल है। लेकिन मिक्स्ड डबल्स में मौका है। मैंने मणिका बत्रा के साथ जोड़ी बनाई है। अगर हम क्वालिफाई कर लेते हैं तो हमारा मेडल जीतने का चांस होगा। हमने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज जीता था। 37 साल के शरत कमल ने पिछले हफ्ते ही वर्ल्ड नंबर-31 रैंकिंग हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि ओलिंपिक तय समय पर होता तो यह रैंकिंग मोटिवेशनल साबित होती। यह मेरी ओलिंपिक तैयारियों का हिस्सा थी।’’

शरत ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के कारण सारी प्रतियोगिताएं रद्द होने से मुझे सारी चीजें नए सिरे से शुरू करनी पड़ेंगी। तय समय पर ओलिंपिक होने की स्थिति में मैं इस रैंकिंग के बाद ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई हो जाता। मुझे अच्छी सीडिंग और ड्रॉ मिलता। साथ ही अच्छे फॉर्म में रहता। अब हमें नहीं पता कि क्वालिफिकेशन कब और कैसे होगा, मापदंड क्या होंगे। यह काफी मुश्किल दौर है।’’

ओमान में खिताब जीतने से रैंकिंग में सुधार हुआ
शरत कमल ने कहा, ‘दो सालों में मेरी रैंकिंग 30-40 के बीच रही है। पिछले महीने ओमान ओपन जीता था। यह मेरा दस साल बाद पहला आईटीटीएफ खिताब था। जिसका मुझे फायदा हुआ और रैंकिंग ऊपर आई।’ वे कहते हैं, ‘मेरे घर पर टेबल नहीं है। इसलिए जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से टेबल टेनिस नहीं खेला। सुबह छह से आठ बजे तक फिटनेस वर्कआउट कर लेता हूं। फिर शाम में बच्चों के साथ फुटबॉल खेलता हूं।’ साथियान के रोबोट से अभ्यास के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि रोबोट के साथ थोड़ा खेल सकते हैं।



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शरत कमल ने कहा- दो सालों में मेरी रैंकिंग 30-40 के बीच रही है। पिछले महीने ओमान ओपन जीता था। यह मेरा दस साल बाद पहला आईटीटीएफ खिताब था। जिसका मुझे फायदा हुआ और रैंकिंग ऊपर आई। -फाइल फोटो


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