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यूरिक एसिड को जड़ से खत्म कर देती है ये 8 आयुर्वेदिक औषधियां, चुटकियों में गायब हो जाता है जोड़ों का दर्द

Ayurvedic Herbs To Reduce High Uric Acid : हाई यूरिक अम्ल (High Uric Acid) किसी भी व्यक्ति की स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और यह गठिया (Gout) जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियाँ और आयुर्वेदिक उपचार हैं जो ऊचे यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में मदद कर सकते हैं। आयुर्वेद में त्रिदोषों (वात, पित्त, कफ) को समझकर रोगों का उपचार किया जाता है। आपको बता दें कि जब रक्त में यूरिक एसिड बढ़ता है तो इसे हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है जो गठिया का कारण बनता है, जिसमें जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या देखने को मिलती है।

यहाँ, हम कुछ ऐसी प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में चर्चा करेंगे जो ऊचे यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध हो सकती हैं। आयुर्वेदिक औषधियां दोषों का संतुलन करती हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में गठिया को वात दोष रूप में जाना जाता है, यह वात के असंतुलन के कारण होता है।

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गिलोय (Guduchi):
गिलोय को 'अमृता' भी कहा जाता है और यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करने में मदद कर सकता है। यह यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में सहायक हो सकता है और गठिया के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है।

मेथी (Fenugreek):
मेथी के बीजों में विशेष रूप से एक उच्च मात्रा में फाइबर होता है जो यूरिक अम्ल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। मेथी के पत्तों का सेवन भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में सहायक हो सकता है।

सोंठ (Ginger):
सोंठ के गुणों के कारण यह आयुर्वेदिक उपाय भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर की पाचन प्रणाली को सुधारने में भी मदद कर सकता है जिससे यूरिक अम्ल की मात्रा कम हो सकती है।

अश्वगंधा (Ashwagandha):
अश्वगंधा एक प्राकृतिक आयुर्वेदिक उपाय है जिसका उपयोग स्वास्थ्य सुधारने में किया जाता है। इसके सेवन से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है और यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

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आंवला (Indian Gooseberry):
आंवला में विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है जो यूरिक अम्ल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, आंवला का सेवन शरीर की पाचन प्रणाली को सुधारने में भी मदद कर सकता है।

नीम (Neem):
नीम के पत्तों और बीजों में यूरिक अम्ल (High Uric Acid) को कम करने के गुण हो सकते हैं। नीम के प्रयोग से शरीर की साफ़ाई और अंतर्दोष प्रणाली में सुधार हो सकती है जिससे यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा कम हो सकती है।

पुनर्नवा (Punarnava):
पुनर्नवा के पौधों की जड़ों का सेवन भी यूरिक अम्ल (High Uric Acid) की मात्रा को कम करने में मदद कर सकता है। यह शरीर के विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक हो सकता है जिससे यूरिक अम्ल के स्तर में सुधार हो सकता है।

यूरिक अम्ल (High Uric Acid) के स्तर को कम करने के लिए उपरोक्त आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का नियमित रूप से सेवन करना महत्वपूर्ण हो सकता है, लेकिन आपको किसी भी नए आयुर्वेदिक उपाय का शुरुआती रूप से प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए। आयुर्वेदिक उपचार के साथ-साथ स्वस्थ आहार, पर्याप्त पानी पीना और नियमित व्यायाम का भी पालन करना आवश्यक होता है।

कृपया ध्यान दें कि यह आपके स्वास्थ्य पर पूरी तरह से निर्भर करता है और आपको किसी भी नए उपचार को आजमाने से पहले अपने विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।



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