Header Ads

Quick Mood Booster Food: बिगड़ा मूड तुरंत होगा सही, बस डाइट में शामिल करें ये स्ट्रेस बस्टर फूड्स

नींद पूरी न होन, काम का दबाव, रिलेशनशिप में स्ट्रेस डिप्रेशन का कारण बन जाता है। कई बार बात-बात में मूड खराब होने लगता है। गुस्से या अवसाद की स्थिति में कई बार मानिसक भूख भी लगती है और मीठा या कैलोरीयुक्त खाने की आदत लग जाती है। नतीजा मोटापा और डिप्रेशन होता है।

अगर आपका मूड खराब हो या आपके घर में कोई स्ट्रेस या डिप्रेशन से ग्रस्त है तो उसे कुछ फूड रोज खिलाने चाहिए। ये फूड दवा की तरह काम करते हैं और मूड और स्ट्रेस ही नहीं, डिप्रेशन भी खत्म होने लगता है।

स्ट्रेस बस्टर होते हैं ये मूड-These Foods are stress busters

डार्क चॉकलेट के दो बाइट
कोको यानी चॉकलेट क्विक स्ट्रेस बस्टर फूड में नंबर वन पर हैं। चॉकलेट में ट्रिप्टोफैन होता है और ये सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ा देता है, दिमाग में इस तत्व के बढ़ते ही हमारे गुड हार्मोंस एक्टिव हो जाते हैं और मूड बेहतर होता है।

ग्रीन टी के दो कप
वजन घटाने और सूजन को कम करने में ही नहीं, ग्रीन टी स्ट्रेस को कम करने में भी कारगर है। ग्रीन टी में कैटेचिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट ब्रेन को एक्टिव करते हैं और स्ट्रेस हार्मोंस को दबाते हैं।

शिमला मिर्च
शिमला मिर्च विटामिन ए और बी6 से भरी होती है और ये ब्रेन को डवलप करने के साथ कार्टिसोल हार्मोन को कंट्रोल करती है, क्योंकि ये हार्मोन ही स्ट्रेस का कारण होता है। शिमला मिर्च शरीर में सेरोटोनिन और नॉरपेनेफ्रिन हार्मोन बनाने में भी मदद करती है और इससे मूड बेहतर होता है।

ओमेगा-3 से भरपूर चीजें
ओमेगा -3 हार्ट डिजीज से लेकर ड्रिप्रेशन और स्किन से लेकर कोलेस्ट्रॉल तक के लिए जरूरी है। वेट लॉस करने के साथ ही ये मूड बूस्टर के रूप में भी जानी जाती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं, जो डिप्रेशन और अन्य मानसिक विकार से लड़ते हैं। अलसी के बीज, चिया बीज, नट्स इसके कुछ प्रमुख सोर्स हैं।

फर्मेंटेड फूड
फर्मेंटेड फूड आंत के लिए ही नहीं, मस्तिष्क के लिए भी बेस्ट होते हैं। इडली, डोसा, ब्रेड, ढोकला, दही, मठ्ठा, अचार, कांजी, मीसो, दही-चावल, अम्बाली, एखोनी, योगर्ट, टेम्प, केफिर, किमची जैसी चीजें इसके मुख्य सोर्स हैं। ये फूड सेरोटोनिन (हैप्पी हार्मोन) बनते हैं.

ड्राई फ्रूट्स
काजू, बादाम, अखरोट, पिस्ता, किशमिश कई विटामिन, मिनरल्स, मैग्नीशियम से भरे और एंटीऑक्सीडेंट का पावर हाउस होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट ही तनाव से लड़ने में मददगार होता है। वहीं, मैग्नीशियम डिप्रेशन के खतरे को कम करता है।

हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी में बी-विटामिन फोलेट (फोलिक एसिड) होता है, जिसकी कमी सेरोटोनिन, डोपामाइन और नॉरएड्रेनालाईन (मूड के लिए महत्वपूर्ण न्यूरोट्रांसमीटर) के मैटाबॉलिज्म में रुकावट पैदा कर सकती है। फोलिक एसिड भी स्ट्रेस बस्टर होता है।

तो स्ट्रेस या डिप्रेशन से लड़ने के लिए इन चीजों को डाइट में शामिल करें और साथ में एक्सरसाइज जरूर करें। इससे भी निगेटिविटी दूर होती है।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/Iqyhb6F

No comments

Powered by Blogger.