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High protein side effects: दूध में मिलाते हैं ये पाउडर या ले रहे अधिक प्रोटीन, तो इन 7 बड़े खतरों को दे रहे हैं दावत

बच्चे, बड़े या बूढ़े ही नहीं, रोगियों के लिए भी दूध जरूरी होता है। दूध की शक्ति या स्वाद बढ़ाने के लिए लोग इसमें अधिकतर कोई न कोई पाउडर जरूर मिक्स कर लेते हैं। वहीं, कुछ लोग डाइट में प्रोटीन वाली चीजें अधिक मात्रा में खाते हैं, ताकि उनका वेट कम हो सके और शरीर स्वस्थ। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो ये खबर आपके लिए ही है।

कैल्शियम और प्रोटीन युक्त दूध सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर इसमें जरूर से ज्यादा प्रोटीन मिक्स हो जाए तो ये फायदे की जगह हडि्डयों और लिवर के साथ किडनी के लिए भी नुकसानदायक होता है।
प्रोटीन हमारे शरीर के डैमेज पार्ट को रिकवर करने का काम करता है। दिमाग के हाइपोथैलेमस के लिए भी अच्छा होता है क्योंकि इसी से मेमोरी शार्प होती है। लेकिन जरूर से ज्यादा प्रोटीन डाइट या पाउडर का इस्तेमाल बेहद खतरनाक होता है।

प्रोटीन का अधिक इस्तेमाल बना देगा बीमार-Excessive use of protein will make you sick

किडनी की समस्या- हाई प्रोटीन डाइट की वजह से लोगों में किडनी स्टोन का खतरा बढ़ जाता है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार शरीर में हाई यूरिक एसिड और मीट-अंडा से मिलने वाले प्रोटीन के कारण भी किडनी में स्टोन बनता है।

कैंसर- रेड मीट कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ता है। पुरुषों में प्रोसेस्ड मीट खाने से ये खतरा ज्यादा बढ़ता है। स्टडी बताती है कि हाई प्रोटीन डाइट कम समय के लिए ही मांसपेशियों को फायदा देती है, बाद में इसके नुकसान ज्यादा होते हैं।

मुंह से बदबू- ज्यादा प्रोटीन मुंह से बदबू की समस्या का कारण भी बनता है। अगर आप वेट लॉस के लिए हाई प्रोटीन डाइट पर हैं और कार्ब्स बिलकुल नहीं ले रहे तो इससे शरीर केटोसिस नाम के मेटाबॉलिक स्टेट में चला जाता है, जहां खास तरह के कैमिकल्स रिलीज होते हैं जो मुंह की बदबू का कारण बनते हैं।

डीहाइड्रेशन- शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ने से हाइड्रेशन लेवल गिरता है। इस लिए इससे कब्ज, पेट की समस्याएं और सिर दर्द जैसी दिक्कते बढ़ सकती हैं।

दिल की बीमारियों का जोखिम- जानवरों से मिलने वाला प्रोटीन कोरोनरी हार्ट डिसीज (सीएचडी) का जोखिम बढ़ाता है। यानी ये कार्डियोवस्क्युलर डिसीज की समस्या पैदा कर सकता है. हालांकि फिश, पोल्ट्री और लो फैट डायट्री प्रोडक्ट्स से इसकी संभावना कम ही रहती है।

बोन डिसॉर्डर- अगर आपको लगता है कि प्रोटीन से हडि्डयां मजबूत होंगी तो बता दें कि ज्यादा प्रोटीन बोन डिसॉर्डर का कारण बनता है। हाई प्रोटीन डाइट का सेवन हमारी हड्डियों के लिए खतरनाक होता है। नान वेज या दूध में प्रोटीन पाउडर लेने वालों के लिए ये खतरा ज्यादा होता है। हाई प्रोटीन डाइट शरीर में जेनरेट हुआ एसिड 'लॉस ऑफ कैल्शियम' की समस्या पैदा करता है। ये हमारी हड्डियों के लिए खतरनाक हो सकता है।

तो डाइट में ऊपर से प्रोटीन या प्रोटीनयुक्त ज्यादा आहार लेने की जगह आप हरी सब्जियों से मिलने वाले प्रोटीन का सेवन करें। इससे से हड्डियां कमजोर पड़ने का खतरा कम रहता है और फ्रैक्चर की समस्या भी नहीं होती है।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।



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