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Signs and Symptoms of Diabetes: इन संकेतों से पहचानें बच्चों में डायबिटीज, ब्लड शुगर बढ़ते ही दिखते हैं ये लक्षण

ब्लड शुगर बड़े या बच्चें में जब भी बढ़ता है, एक ही संकेत देता है। मौजूदा समय में बच्चें भी तेजी से डायबिटीज के शिकार हो रहे है। अगर शुरुआती दिनों में ही ब्लड शुगर का बढ़ना पकड़ में आ जाए तो डायबिटीज से बचा जा सकता है।

तो चलिए आज आपको बताएं कि बच्चों और बड़ों में डायबिटीज टाइप-1 और टाइप-2 के बढ़ने का संकेत क्या होता है। वहीं, सामान्य रूप से डायबिटीज के लक्षण क्या हैं, चलिए जानें।

डायबिटीज के सामान्य संकेत और लक्षण- Signs and symptoms of common Diabetes

1. थकान

2. भोजन के दौरान या उसके तुरंत बाद भूख लगना

3. अधिक खाने के बावजूद वजन कम होना

4. अत्यधिक प्यास लगना

5. बहुत जल्दी-जल्दी यूनिर का आना

6. धुंधला दिखना

7. कटने-छिलने या चोट का जल्दी सही न होना

8. हाथ-पैर में झुनझुनी, दर्द, सुन्नता

9. गर्दन, अंडरआर्म्स, कमर और अन्य क्षेत्रों में स्किन का रंग बदलना या बेहद मलमली जैसा होना।

शिशुओं और छोटे बच्चों में टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण- Symptoms of type 1 diabetes in infants and young children

छोटे बच्चों में टाइप 2 की तुलना में टाइप 1 विकसित होने की संभावना अधिक होती है। बच्चों में दिखने वाले टाइप-1 के लक्षण।1. थकान
2. तीव्र भूख
3. तेजी से वेट लॉस
4. आंखों में दिक्कत या कम दिखना
5. बार-बार यीस्ट इंफेक्शन होना जो डायपर रैश के रूप में नजर आता है।
6. सांसों से एक फल जैसी स्मेल का आना
7. असामान्य व्यवहार, जैसे चिड़चिड़ापन, बेचैनी, या मनोदशा में परिवर्तन

वयस्कों में टाइप 1 डायबिटीज-type 1 diabetes in adults

1. वेट का घटने लगना
2. बहुत ज्यादा प्यास लगना
3. बहुत ज्यादा यूरिन का आना
4. बार-बार आई पावर का बढ़ना
5. बार-बार होने वाला यीस्ट इन्फेक्शन
6. चोट-फोड़े-फुंसी के ठीक होने में लंब समय लगना
7. डायबिटीज टाइप-2 के लक्षण
8. स्किन में संक्रमण या खुजली
9. आंख में परेशानी और पावर का बढ़ना
10. हाथ-पैर में झुनझुनी, दर्द, सुन्नता या कमजोरी
11. पैरों पर खराब परिसंचरण और अल्सर
12. मुंह का सूखना और प्यास लगते रहना
13. सांस से एक फल के जैसी महक आना
14. किडनी की समस्याएं


जानिए डायबिटीज के कारण-Know the causes of diabetes
टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के अलग-अलग कारण होते हैं।

  • टाइप 1 डायबिटीज तब विकसित होता है जब शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अग्न्याशय में कोशिकाओं पर हमला करती है जो इंसुलिन के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होती हैं। जब ऐसा होता है, तो शरीर रक्त शर्करा को संसाधित और नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता है। ऐसा आनुवंशिक, पर्यावरणीय कारक, जैसे वायरस आदि के कारण हो सकता है।
  • टाइप 2 डायबिटीज में शरीरपर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है। इससे ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ने लगती है। गलत लाइफस्टाइल, डाइट और एक्सरसाइज की कमी के कारण इसके होने की संभावना रहती है। इसके अलावा मोटापा, प्रेग्नेंसी, हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल या उम्र बढ़ने पर भी इसके होने की संभावना ज्यादा होती है।

डायबिटीज से बचने के लिए क्या करें
जितनी जल्दी हो सके लक्षणों को पहचान का डाइट और एक्सरसाइज पर ध्यान दें। ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले अनाज, शुगर रहित खानपान को शुरू कर दें।

डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।



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