इंटेलिजेंट बच्चे की है चाहत तो प्रेग्नेंसी में जरूर खाएं ये सुपरफूड्स
प्रेग्नेंसी के दौरान मां के खान-पान का सीधा असर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। फल-सब्जी या पौष्टिक खाने से तय है कि बच्चा शरीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होगा, लेकिन अगर आप अपने बच्चे को सुपर इंटेलिजेंट बनाना चाहते हैं तो उसके लिए आपको कुछ खास फूड्स का सेवना पूरे 9 महीने करने होंगे। इन सुपरफूड्स में बच्चों के दिमाग को तेज करने का भरपूर गुण मौजूद है।
तो चलिए जानें, ये सुपरफूड्स क्या हैं
ओमेगा-3 फैटी एसिड- शिशु के मस्तिष्क के विकास के लिए ओमेगा-3 फैटी एसिड सबसे जरूरी तत्व है। ओमेगा-3 फैटी एसिड का मुख्य सोर्स सैल्मन फिश होती है। अगर आप फिश नहीं खातीं तो इसका सप्लिमेंट भी ले सकती हैं। सैल्मन फिश और ऑएस्टर में आयोडीन खूब होत है और आयोडिन गर्भ में पल रहे बच्चे के मानिसक विकास के लिए बहुत जरूरी तत्व है।
ग्रीन वेजेस और पल्सेज़ -पालक, बथुआ, तरोई, भिंडी आदि में भरपूर मात्रा में फोलिक एसिड होता है। दालों में भी ये पाया जाता है और फोलिक एसिड बच्चे के शरीरिक संरचना ही नहीं, मानिसक संरचना के लिए भी जरूरी है। हरी पत्तेदार सब्जियों और कुछ दालों को खाने से बच्चे के मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान नहीं पहुंचता है। सब्जियों में मौजूद फोलिक एसिड न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट के साथ ही शिशु को कई तरह के हार्ट डिफेक्ट से भी बचा सकता है।
बादाम-अखरोट और कद्दू के बीज - बादाम और अखरोट तो शायद हर मां जानती हैं कि तेज दिमाग के लिए जरूरी है। इन नट्स में हेल्दी फैट्स, मैग्नीशियम, विटामिन ई और प्रोटीन होता है। अखरोट और बादाम में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी खूब होता है, इससे ये तेज दिमाग मिलता है। प्रेग्नेंसी में रोज बादाम-अखरोट और कद्दू के बीज जरूर खाएं। कद्दू के बीजों में जिंक होता है जो मस्तिष्क की संरचना और जानकारी की कॉग्नीटिव प्रोसेसिंग को बढ़ावा देता है। इसमें पोषण के साथ एंटीऑक्सीडेंट भी खूब होते हैं।
दूध और बींस- गर्भस्थ शिशु के मस्तिष्क में नसों की कोशिकाओं तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए आयरन की जरूरत होती है। बींस में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। वहीं, पालक, अंजीर, चिकन और किशमिश में भी आयरन भरपूर होता है। वहीं, दूध शिशु के बौद्धिक कार्यों को बढ़ावा देता है और मस्तिष्क के विकास में मदद करता है।
खजूर- खजूर ब्लड में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाला माना जाता है। रोज दो खजूर खाने भर से मां को भरपूर शक्ति मिलती है। हीमोग्लोबिन की कमी से मस्तिष्क का विकास बाधित होता है, इसलिए खजूर जरूर खाएं, लेकिन दो से ज्यादा नहीं।
प्रेग्नेंसी में खुद को फिट और एक्टिव रखें। टहलना और घर के काम करने भर से आपके अंदर शुद्ध ऑक्सीजन का प्रवाह होता रहेगा और ये ब्लड सर्कुलेशन के बढ़ने से होगा।
(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। । किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)
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