Header Ads

Best Yoga Asanas सर्दियों में घुटनों के दर्द से राहत देगा ये योग जानिए इसके फायदे

नई दिल्ली : अगर घुटनों के दर्द के लिए योग की बात की जाए तो योग को ऑस्टियोअर्थराइटिस में प्रभावी माना गया है। ऑस्टियोअर्थराइटिस गठिया के सबसे सामान्य प्रकारों में से एक है। यह शरीर के किसी भी जोड़ को प्रभावित कर सकता है लेकिन इसमें घुटने सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। ऐसे में जोड़ों के दर्द के मरीजों को योग थेरेपी दी गई जिसके बाद उनके दर्द में काफी सुधार पाया गया। इस थेरेपी में शारीरिक आसन आसन श्वास अभ्यास प्राणायाम व ध्यान शामिल थे। शोध में माना गया कि योग थेरेपी कार्टिलेज में प्रोटिओग्लाइकन एक प्रकार का प्रोटीन को बढ़ा सकता है जिससे कार्टिलेज के नुकसान से बचाव हो सकता है। अगर आसान शब्दों में समझा जाए तो यह मांसपेशियों की मजबूती के लिए मददगार हो सकता है। अगर दवाइयों के साथ योग को दिनचर्या में शामिल किया जाए तो यह घुटनों के दर्द के लिए असरदार हो सकता है ।

घुटने के दर्द के लिए फायदेमंद योग

1. वीरासन
घुटनों के दर्द के लिए योग में शामिल यहां यहां पहला नाम ‘वीरासन’ का है। यह दो शब्दों को मिलकर बना है ‘वीर यानी बहादुर और ‘आसन’ मतलब बैठना। यह संस्कृत भाषा का शब्द है और माना जाता है कि पहले के जमाने में योद्धा युद्ध के बाद इसी मुद्रा में बैठते थे ताकि वो आराम भी कर सके और चौकन्ने भी रह सकें। इसे अंग्रेजी में ‘हीरो पोज’ कहा जाता है। किसी भी दर्द से लड़ने के लिए व्यक्ति को युद्ध के हीरो की तरह अंदर से मजबूत होना जरूरी है। ऐसे में माना जाता है कि यह योग शरीर और मन दोनों को शक्ति दे सकता है।

2. मलासन

वीरासन की तरह ही ‘मलासन’ भी संस्कृत से लिया गया योग है। इस आसन में मल त्याग करने की मुद्रा में बैठने का प्रयास किया जाता है। इसे अंग्रेजी में ‘गारलैंड पोज कहा जाता है। यह हठयोग का भाग है । एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार हठयोग को घुटनों के ऑस्टियोअर्थराइटिस के लिए उपयोगी पाया गया है। हठयोग करने के बाद मरीजों में घुटनों के दर्द में काफी आराम देखा गया है ।

3. मकरासन

मकरासन’ एक संस्कृत शब्द है जिसे अंग्रेजी में ‘क्रोकोडाइल पोज’ कहा जाता है। यहां मकर का मतलब ‘मगरमच्छ’ और आसन का मतलब बैठने की मुद्रा से है। इस आसन में व्यक्ति नदी में मौजूद मगरमच्छ की तरह शांत मुद्रा में पेट के बल लेटता है। यह आसन खासकर कमर और श्वसन प्रणाली के लिए उपयोगी माना जाता है । वहीं यह मुद्रा पैर की मांसपेशियों और घुटनों को आराम देने के लिए भी उपयुक्त मानी जाती है।

4. उत्थित पार्श्वकोणासन

यह भी हठयोग का एक भाग है । जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि शोध में हठयोग को घुटनों के दर्द के लिए उपयोगी माना गया है । अगर बात करें उत्थित पार्श्वकोणासन की तो उत्थित यानी प्रसारित या फैला हुआ, पार्श्व यानी एक तरफ कोण यानी कोना और आसन मतलब पोज। इसे अंग्रेजी में साइड एंगल पोज भी कहा जाता है। माना जाता है कि यह योग पीठ कमर व पैर के साथ-साथ पेट के लिए भी उपयोगी हो सकता है।

5. पर्श्वोत्तनासनपर्श्वोत्तनास को अंग्रेजी में पिरामिड पोज कहते हैं। घुटनों के दर्द के लिए व्यायाम या योग की बात की जाए तो यह भी अन्य आसनों की तरह महत्वपूर्ण आसन है। इसे करने से पैर टखनों जांघ और घुटनों को मजबूती मिल सकती है ।

घुटनों के दर्द के लिए योग करते वक्त बरती जाने वाली सावधानियां
घुटने के लिए योग के बाद अब बारी आती है इनसे जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे में चर्चा करने की। हो सकता है कि कुछ लोगों को घुटने के लिए योग करते वक्त मुश्किलों का सामना करना पड़े। खासतौर से ऐसे लोग जो पहली बार योग कर रहे हों। ऐसे में घुटने के लिए योग करते वक्त कुछ सावधानियों पर गौर करना भी जरूरी है।

1. हमेशा योग साफ और समतल जमीन पर ही करें।
2. ध्यान रहे आस-पास कीड़े-मकोड़े न हो।
3. शोर से दूर योग की जगह का चुनाव करें।
4. कोशिश करें कि योग खाली पेट ही करें।
5. योग का सबसे उत्तम समय सुबह हो सकता है क्योंकि इस समय व्यक्ति का मन शांत और शरीर रिलैक्स होता है।



from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3p8ZFOp

No comments

Powered by Blogger.