जानिए कूल्हों में दर्द का कारण और उसका घरेलू इलाज
नई दिल्ली : आप को बता दें कि आमतौर पर कूल्हों के दर्द की समस्या बुजुर्गों में देखी जाती है। लेकिन जब किसी के शरीर में हड्डियों में फ्लूइड की कमी होने लगती है तो इस कारण भी कूल्हे में दर्द रहना शुरू हो जाता है। इसके कारण ना केवल हड्डियों में रगड़ शुरू होने लगते हैं बल्कि हड्डियां कमजोर भी होने लगती हैं जिसके कारण उनके टूटने की संभावना बढ़ जाती है।आज हम आप को कूल्हो में दर्द के साथ और क्या क्या लक्षण नजर आ सकते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाए। इन दोनों के बारे में भी जानेंगे।
कूल्हों में दर्द के कारण
जैसा कि हमने पहले भी बताया कूल्हों में दर्द फ्लूइड की कमी के कारण हो सकता है। इससे अलग कुछ और भी कारण हैं जो कूल्हे के दर्द के लिए जिम्मेदार माने जा सकते हैं यह कारण कुछ इस प्रकार हैं
1 - जब किसी व्यक्ति के हिप्स जॉइंट में इंफेक्शन हो जाता है तब भी यह समस्या हो सकती है।
2 - जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक स्मोकिंग करता है या स्टेरॉइड्स का सेवन करता है तब भी यह समस्या हो सकती है।
3 - किसी पुरानी चोट के दर्द के कारण या फ्रैक्चर हो जाने के कारण भी कूल्हों में दर्द हो सकता है।
4 - जो लोग गठिया की समस्या से ग्रस्त हैं उन लोगों में हिप्स के दर्द की समस्या रहती है।
5 - हिप्स के दर्द के पीछे ओस्टियोआर्थराइटिस भी जिम्मेदार है।
6 - जो व्यक्ति की उम्र 40 साल हो जाती है तो उसके बाद हड्डियां खुद-ब-खुद कमजोर होना शुरू हो जाती हैं। चिकित्सक भाषा में कहा जाए तो बोन डेंसिटी के कारण भी हिप्स में दर्द रह सकता है।
7 - हर्निया से ग्रस्त लोग हिप्स के दर्द की समस्या से परेशान हो सकते हैं। हालांकि यह सबके साथ नहीं होता।
हिप्स में दर्द के कारण के साथ दिखने वाले लक्षण
व्यक्तियों को हिप्स में दर्द के साथ-साथ कुछ अन्य लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं
1 - कमर में सूजन
2 - हिप्स में सूजन
3 - जांघो का दर्द
4 - झुकने के दौरान तकलीफ महसूस करना
कूल्हों में दर्द का इलाज
कूल्हों में दर्द यदि किसी आम कारण से हो रहा है तो निम्न उपायों को अपनाकर इस समस्या को ठीक किया जा सकता है
1 - थोड़ा समय धूप में खड़े रहें, जिससे शरीर को विटामिन डी मिल सके।
2 - नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। इसके लिए आप वाकिंग का भी सहारा ले सकते हैं।
3 - शरीर में उर्जा बनाए रखने के लिए योगा करें।
4 - अपने वजन को नियंत्रित रखें।
5 - अपनी डाइट में विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ, कैल्शियम, प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे अलग विटामिन ई का भी सेवन कर सकते हैं।
6 - कच्चे लहसुन की कली से भी दर्द को दूर किया जा सकता है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/3HIiy22
Post a Comment