नितिन गडकरी बोले, ‘कृषि क्षेत्र लंबे वक्त में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बन सकता है सिरदर्द’
नई दिल्ली: सरकार ( MODI GOVT ) लगातार किसानों और कृषि को आगे बढ़ाने के लिए कोशिशें कर रही है । आर्थिक पैकेज से डायरेक्ट मदद देने के साथ-साथ किसानों को अतिरिक्त आय कमाने में मदद के लिए नियम कानूनों को भी बदला जा रहा है। लेकिन सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल नितिन गडकरी अपनी सरकार से इत्तेफाक नहीं रखते । नितिन गडकरी ( NITIN GADKARI ) का मानना है कि आगे चलकर कृषि क्षेत्र ( AGRICULTURE ) अर्थव्यवस्था ( INDIAN ECONOMY ) के लिए बड़ी समस्या बन सकता है और इसकी सबसे बड़ी वजह है फसलों का न्यूनतम समर्थित मूल्य का ज्यादा होना यानि High MSP ।
दरअसल फिलहाल फसलों का MSP, अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कृषि उत्पाद की कीमतों से बहुता ज्यादा है। जिसकी वजह से बाद में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। मंत्री ने ये बात एक वेबिनार के दौरान बोली। इसके अलावा मंत्री जी ने माना कि कुछ राजनैतिक कारणों की वजह से भी निर्णय लेने में दिक्कत होती है ।
शानदार निवेश है Sovereign Gold Bonds, आज है खरीदने का आखिरी मौका !
कृषि क्षेत्र की समस्याओं के बारे में बात करते हुए ट्रांसपोर्ट मंत्री ने बताया कि अधिक MSP की वजह से इस सेक्टर में लोगों की परचेजिंग प़वर पर असर पड़ सकता है और वैसे भी हमारे देश में क-षि की समस्या कुछ और है। अगर ध्यान दे तो आप पाएंगे कि भारत के पास फिलहाल अगले 3 साल के लिए पर्याप्त गेहूं और चावल का भण्डार है लेकिन हमारे पास इन्हें रखने के लिए स्टोरेज हाउस की कमी है। जिनके न होने पर हम अपनी सरप्लस फसलों को गंवा देते हैं। हालांकि फिलहाल सरकार अतिरिक्त चावल से बॉयो डीजल बनाने पर विचार कर रही है।
नितिन गडकरी ने ये बात ऐसे वक्त पर कही है जब सरकार कृषि क्षेत्र के भरोसे कोरोना की समस्या से पार होने का दावा कर रही है । सरकार ने अभी हाल ही में 14 फसलों के न्यूनतम समर्थित मूल्य में वृद्धि की है। लेकिन नितिन गडकरी ये चेतावनी सरकार की चिंता बढ़ा सकती है।
from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/2BSxcpI
Post a Comment