कोरोना मामले में पिछडऩे के बाद क्या ब्रिटेन भारत से पहले तैयार कर लेगा वैक्सीन? जानें इस खबर में
कोरोना वायरस अंटार्कटिका महाद्वीप को छोड़कर पूरी दुनिया में फैल चुका है। इसके संक्रमितों की संख्या हर बीते दिन के साथ तेजी से बढ़ती जा रही है। वर्तमान में 8,141,521 लोग नोवेल कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जबकि 196 देशों से ज्यादा राष्ट्रों की आबादी में से 439,713 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। वहीं बात करें भारत की तो यहां भी हालात हर गुजरते दिन के साथ और बदतर होते जा रहे हैं। मंगलवार दोपहर तक 344,527 संक्रमित मामले दर्ज थे जबकि 9,924 लोग अब तक इस वायरस के हाथों जान गंवा चुके हैं। साथ ही 1,53,178 मामले अभी एक्टिव हैं। भारत में अभी वैक्सीन का इंतजार और लंबा हो सकता है। वहीं प्रभावी इलाज के लिए बढ़ती मरीजों की संख्या अब परेशानी का सबब बनती जा रही है। हाल ही ब्रिटेन के इंम्पीरियल कॉलेज ऑफ लंदन (Imperial College of London) के वैज्ञानिकों ने कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण की तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन इस बीच सवाल यह है कि क्या भारत संक्रमण के मामले में जिन देशों को पीछे छोड़ चुका है उनसे वैक्सीन और इलाज के मामले में भी आगे निकल पाएगा?
गुड न्यूज 01: रिकवरी रेट 52 फीसदी पहुंची
हालांकि इस बीच अच्छी खबर यह है कि भारत में कोरोना वायरससे संक्रमित आधे से अधिक मरीज ठीक भी हो गए हैं और कोरोना संक्रमितों की रिकवरी रेट 52 फीसदी के पार पहुंच गई है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 10215 मरीज ठीक हुए हैं। इसी के साथ देश में कोरोना वायरस की चपेट में आए मामलों में से 1,80,012 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस से रिकवरी रेट भी बढ़कर 52.47 फीसदी हो गया है। मंत्रालय के अनुसार रिकवरी रेट बढऩे का मतलब है कि देश में कोरोना वायरस संक्रमितों में आधे से अधिक ठीक हो रहे हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 10667 नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देश में अभी 153178 लोगों का इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि अमरीका, ब्राजील और रूस के बाद भारत में ही कोरोना के ही सबसे ज्यादा मामले हैं। वहीं कोरोना की डेली अपडेट आंकड़े जारी करने वालो जॉन हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार भारत संक्रमण से हुई सबसे अधिक मौतों के मामलों में आंठवें नंबर पर है।
गुड न्यूज 02: ब्रिटेन में टीके का परीक्षण शुरू
वहीं ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन के वैज्ञानिक कोरोना वायरस के प्रायोगिक टीके का मानव परीक्षण करने जा रहे ह। इस सप्ताह करीब 300 स्वस्थ लोगों को टीके लगाकर उन पर होने वाले असर का निरीक्षण किया जाएगा। कोरोना महामारी को रोकने के लिए ब्रिटेन की ओर से यह पहली बड़ी सफलता हो सकती है। इस बीच ब्रिटिश सरकार की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि इंपीरियल कॉलेज में विकसित कोरोना वायरस के संभावित टीके की दो खुराकों के शुरुआती परिणाम वायरस के साथ इस जंग में हमारी जीत या हार तय करेंगे। गौरतलब है कि इस टीके को विकसित करने के लिए सरकार ने 5.1 करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद की है।
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