विराट कोहली ने खोला राज, बताया रनों का पीछा करते हुए इस चीज से होते हैं प्रेरित
भारतीय कप्तान विराट कोहली को हम चेज मास्टकर के नाम से भी जानते हैं। जब कोहली के रहते हुए टीम इंडिया रनों का पीछा करती है तो कोई भी लक्ष्य बड़ा दिखाई नहीं देता। भारत ने कोहली के रहते हुए वनडे क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 350 रन का लक्ष्य भी हासिल किया हुआ है। विराट कोहली रनों का पीछा करते हुए कैसे इतने प्रेरित रहते हैं यह किसी को नहीं पता था, लेकिन अब विराट कोहली ने खुद सामने आकर इस चीज का खुलासा किया है।
बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल के साथ फेसबुक लाइव के दौरान कोहली ने कहा "जब लक्ष्य का पीछा करना होता है तो मेरी मानसिक स्थिति सरल होती है। अगर विपक्षी टीम से कोई मुझे कुछ कहता है तो लक्ष्य का पीछा करने में वो चीज मुझे और प्रेरित करती है। जब मैं छोटा था तब टीवी पर मैच देखा करता था। उस समय जब भारतीय टीम रनों का पीछा नहीं कर पाती थी तो मैं सोचता था कि अगर मैं वहां होता तो मैं मैच जिता देता। "
विराट कोहली को लगता है कि उनके लिए कोई लक्ष्य बड़ा नहीं है, उनका कहना है कि 370-380 का लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है। कोहली ने कहा "लक्ष्य का पीछा करते हुए तुम्हें पता होता है कि तुम्हें कितने रन बनाने हैं। मेरे लिए जीत जरूरी है। रनों का पीछा करते हुए मैं सोचता हूं कि मैं नॉट आउट रहूं। उस समय मैं सोचता हूं कि मैं टीम को जिता सकता हूं। अगर लक्ष्य 370-380 का भी हो तो मुझे नहीं लगता कि ये पूरा नहीं किया जा सकता।"
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विराट कोहली का चेज मास्टर का सफर 2012 में तब शुरू हुआ था जब उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 86 गेंदों पर 133 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली थी। उस त्रिकोणीय सीरीज में भारत को बने रहने के लिए 321 रन का लक्ष्य 40 ओवर में हासिल करना था। कोहली की लाजवाब बल्लेबाजी की मदद से भारत ने 7 विकेट रहते यह मैच 36.4 ओवर में ही जीत लिया।
विराट कोहली ने इस चैट के दौरान बताया कि इस लक्ष्य का पीछा करते हुए उनके दिमाग में क्या चल रहा था और मैदान पर उन्होंने रैना के साथ क्या-क्या बात की थी।
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कोहली ने कहा "होबर्ट में श्रीलंका के खिलाफ हमारा एक मैच था जहां हमें फाइनल में पहुंचने के लिए 40 ओवर में लगभग 330 रन चाहिए थे। तब मैंने रैना से कहा हम इस लक्ष्य को ऐसे चेज करते हैं जैसे हम टी20 मैच खेल रहे हो।"
बता दें, भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम रनों का पीछा करते हुए सबसे अधिक 21 शतक है। वहीं उनके वनडे करियर में कुल 43 शतक है। विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के बाद वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं।
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