23 साल पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई अपनी इस पारी को सचिन ने बताया सबसे बेहतरीन
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर जब भारतीय टीम के लिए खेलते थे तो उस समय बहुत ही कम देखा गया कि वह ड्रेसिंग रूम या फिर अपनी पारियों के बारे में बात किया करते थे। हालांकि क्रिकेट से संन्यास के बाद और खास तौर से कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन में सचिन लगातार अपने फैंस के साथ अपनी पुरानी यादों को साझा कर रहे हैं।
हाल ही में सचिन ने बताया था कि साल 2011 विश्व कप के फाइनल मैच में उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से युवराज सिंह को बल्लेबाजी के लिए ऊपर भेजने की सलाह दी थी और इससे पहले उन्होंने साल 1999 के कोका कोला कप की यादों को भी साझा जिसमें उन्होंने एक बाद एक शतकीय पारी खेलकर भारतीय टीम को खिताब जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
इसी कड़ी में सचिन ने क्रिकेट से जुड़ी अपनी कुछ और रोचक अनुभव और यादों को साझा किया है।
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क्रिकेट.कॉम से बात करते हुए सचिन ने साल 1997 में वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिनिदाद में खेले गए एक वनडे मैच का जिक्र किया जिसमें उन्हें अंपायर ने गलत आउट करार दिया था। हालांकि क्रिकेट में डीआरएस के आने से पहले अक्सर होता था कि अपंयार से चूक हो जाती थी और वह खिलाड़ियों को गलत आउट करार दे देते थे। सचिन भी उन्हीं खिलाड़ियों में से एक रहे हैं जिन्हें कई बार अंपायर ने गलत आउट दिया है।
हालांकि सचिन बहुत कम ही इस तरह की घटनाओं का जिक्र करत हैं लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मैच में हुए का वाक्ये को याद करते हुए कहा, वेस्टइंडीज के खिलाफ त्रिनिदाद में पहला वनडे मैच खेला जा रहा था। हम पहले बल्लेबाजी करने उतरे थे और आसमान में बादल छाया हुआ था। मौसम के कारण उस पिच पर बल्लेबाजी करना काफी चुनौतिपूर्ण भरा था इसके साथ वेस्टइंडीज के गेंदबाजी आक्रमण और भी खरनाक था। उस समय में वेस्टइंडीज की टीम में कर्टनी वाल्स, कर्टली एम्ब्रोस, इयान विशप और फैंकलिन रोज जैसे घातक गेंदबाज शामिल थे।''
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आपको बता दें कि सचिन इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मैच सचिन बहुत ही बेहतरीन लय में नजर आ रहे थे और वह 43 गेंद में 44 रन बना चुके थे जिसमें 10 चौके शामिल थे लेकिन वह अपनी पारी और आगे बढ़ा पाते इससे पहले विकेट के पीछे एम्ब्रोस की गेंद पर उन्हें गलत आउट करार दे दिया गया।
उन्होंने कहा, ''वेस्टइंडीज के उस खतरना गेंदबाजी के खिलाफ मैं अच्छे लय में था। यह बारिश से प्रभावित मैच था और उस विकेट पर बल्लेबाजी करना बिल्कुल भी आसान नहीं था और अंत में हमें मैच गंवाना पड़ा। मैं तेजी से 44 रन बना चुका था और मैं मानता हूं कि उस तरह की परिस्थिति में मेरी वह सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी।''
इस मैच में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 179 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी। वेस्टइंडीज के लिए सबसे अधिक एमब्रोस ने 4 विकेट लिए थे और बारिश के कारण मेहमान टीम को 146 रनों मिला था जिसे उन्होंने 27.3 ओवर में 8 विकेट शेष रहते ही पूरा कर लिया।
from India TV Hindi: sports Feed
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