एक साल के अंदर पैरेंट्स और बेटे की मौत के बाद डिप्रेशन में थीं सेलिना जेटली, सहारा देने पति ने छोड़ दी थी नौकरी
पिता को खोया ही था कि दो महीने बाद नवजात बेटा चल बसा। फिर मां भी हमेशा के लिए साथ छोड़ गई। सालभर के अंदर एक के बाद एक तीन मौतों से सेलिना जेटली इस कदर टूटीं कि उन्हें सहारा देने के लिए उनके पति पीटर हाग को नौकरी तक छोड़नी पड़ी। अभिनेत्री ने एक इंटरव्यू में अपना दर्द बयां किया। सेलिना करीब 8 साल बाद एक्टिंग में वापसी कर रही हैं। उनकी 45 मिनट की फिल्म 'सीजंस ग्रीटिंग' का प्रीमियर स्ट्रीमिंग सर्विस जी- 5 पर 15 अप्रैल को होगा। सेलिना की मानें तो उन्होंने यह फिल्म अपनी दिवंगत मां की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए की।
'फिल्म की शूटिंग करना सबसे मुश्किल काम था'
सेलिना ने फिल्म के प्रमोशन के सिलसिले में एक अंग्रेजी वेबसाइट से बातचीत में कहा, "तब कैमरे को फेस करना बहुत मुश्किल होता है, जब आप डिप्रेशन से गुजर रहे हों और आपने अपने माता-पिता और एक बेटे को खोया हो। इस फिल्म की शूटिंग करना मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल काम था।"
एक साल के अंदर पैरेंट्स और मां को खोया
जुलाई 2017 में लंबी बीमारी के बाद सेलिना के पिता कर्नल वीके जेटली का निधन हुआ। इसके बाद सितंबर 2017 में हार्ट प्रॉब्लम के चलते उनके नवजात जुड़वां बेटों में से एक की मौत हो गई। और इसके 9 महीने बाद जून 2018 में कैंसर से जंग लड़ते हुए उनकी मां मीता ने दम तोड़ दिया। सेलिना कहती हैं, "लगभग एक ही समय में माता-पिता और अपने बच्चे को खोने की दुखद परिस्थितियों से उबरना, ठीक वैसा है, जैसे कि आप कोई बुरा सपना देख रहे हों। मैं कुछ इसी हाल में जी रही थी।"
'पैरेंट्स की मौत के गम से कभी नहीं उबर सकते'
बकौल सेलिना, "अपनी जिंदगी की सबसे कीमती चीजों को खोने के बाद आपको कभी क्लोजर नहीं मिल सकता। डैडी गुजरे ही थे कि जल्दी ही मम्मा भी चली गईं। मेरे पैरेंट्स जीवन से भरे हुए थे, जवान थे, मिलिट्री आर्मी कपल थे। सच्चाई यह है कि आप अपने पैरेंट्स की मौत के गम से कभी नहीं उबर सकते। लेकिन इस फिल्म ने कई इमोशंस को बाहर निकालने में मेरी मदद की। पिछले एक साल से मुझे ऑस्ट्रिया में इलाज नहीं मिल रहा है।"
पति ने जॉब छोड़ा, ताकि सेलिना को ठीक कर सकें
सेलिना कहती हैं, "पीटर (पति) ने जॉब छोड़ दिया, क्योंकि मैं बहुत ही डिप्रेशन में थी। हमारे पास दुबई छोड़ने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। उन्होंने कहा कि चलो हम तब तक के लिए ऑस्टिया चलते हैं, जब तक कि तुम हर चीज से डिस्कनेक्ट होकर ठीक नहीं हो जातीं। उन्होंने वाकई मुझे बहुत मदद की। पति का सपोर्ट मिलना बहुत मायने रखता है। एक तरह से 'सीजंस ग्रीटिंग' ने भी मुझे ठीक करने और अच्छा महसूस कराने में अहम भूमिका निभाई है।"
मां की अंतिम इच्छा की खातिर की यह फिल्म
सेलिना ने डिप्रेशन के बावजूद 'सीजंस ग्रीटिंग' की शूटिंग की। क्योंकि उनकी मां उन्हें वापस फिल्मों में देखना चाहती थीं। वे बताती हैं, "मैंने यह फिल्म (सीजंस ग्रीटिंग) इसलिए की, क्योंकि यह मेरी मां की अंतिम इच्छा थी। वे चाहती थीं कि मैं सिनेमा में वापसी करूं। रामकमल मुखर्जी(फिल्म के डायरेक्टर) ने मुझे दुबई की एक पार्किंग में कहानी सुनाई। उन्होंने मुझसे कहा कि कहानी का सबसे महत्पूर्ण पहलू मां-बेटी (लिलेट दुबे और सेलिना) के बीच का रिश्ता है। कहीं न कहीं यह मेरे लिए बड़ा संकेत था। मम्मा फिल्मों में मेरी वापसी चाहती थीं, इसलिए मैंने इसे कर लिया।"
इससे पहले सेलिना को आखिरी बार 2012 में रिलीज हुई 'विल यू मेरी मी' में देखा गया था। जुलाई 2011 में सेलिना ने ऑस्ट्रिया बेस्ड पीटर हाग से शादी की और मार्च 2012 में पहली बार ट्विन्स बेटों विंस्टन और विराज को जन्म दिया। इसके पांच साल बाद सितंबर 2017 में वे दोबारा ट्विन्स की मां बनीं, जिनका नाम आर्थर और शमशेर हाग रखा। लेकिन शमशेर हार्ट प्रॉब्लम के चलते सर्वाइव नहीं कर पाया और उसकी मौत हो गई।
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